एमक्यूएम नेता ने मक्केन को कराची के हालात से अवगत कराया
वाशिंगटन, (भाषा)। मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट ःएमक्यूएमः के एक शीर्ष नेता ने सीनेटर जॉन मक्केन से मुलाकात की और उन्हें, कराची में अपने पार्टी सदस्यों की पाकिस्तान के सुरक्षा बलों द्वारा की जा रही धरपकड़ के बारे में बताया।
एमक्यूएम के संयोजक नदीम नुसरत ने मक्केन को बताया कि उदारवादी एवं प्रगतिशील राजनीतिक पार्टी एमक्यूम सरकारी दमन का सामना कर रही है जबकि कराची में इस्लामी उग्रवादी समूहों को पनाह दी जा रही है।
मक्केन सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष हैं।
एक बयान में एमक्यूएम ने बताया, एमक्यूएम संयोजक नदीम नुसरत ने सीनेटर जॉन मक्केन से मुलाकात की और उन्हें कराची में अर्द्धसैनिक रेंजरों द्वारा एमक्यूएम नेताओं एवं मोहाजिरों की धरपकड़ किए जाने के बारे में बताया।
एक अन्य स्थानीय नेता के साथ नुसरत ने मक्केन से मुलाकात की। यह मुलाकात वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया उपनगर में एक आयोजन के दौरान हुई।
एमक्यूएम कराची का एक बड़ा राजनीतिक दल है। पिछले साल इस दल के पूर्व आत्मनिर्वासित नेता अल्ताफ हुसैन ने लंदन में पाकिस्तान विरोधी एक भाषण दिया था और अपने कार्यकर्ताओं को मीडिया पर हमल करने को कहा था। इसके बाद से पार्टी के नेताओं की धरपकड़ जारी है।
1980 के दशक में एमक्यूएम एक बड़े जातीय दल के तौर पर उभरी थी। दक्षिणी सिंध प्रांत के शहरी इलाकों, खास कर कराची, हैदराबाद, मीरपुरखास और सुकुर आदि में इस पार्टी का राजनीतिक प्रभाव रहा जहां विभाजन के दौरान भारत से बड़ी संख्या में आए उर्दू भाषी लोग रहते हैं।
बयान में कहा गया है कि एमक्यूएम नेता ने अफगान तालिबान एवं हक्कानी नेटवर्क के साथ पाकिस्तान के करीबी रिश्ते होने तथा कराची एवं बलूचिस्तान में पाकिस्तान सेना द्वारा मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन किए जाने के बावजूद उसे अमेरिकी सैन्य सहायता मिलने पर सवाल उ"ाया है।
आगे बयान में कहा गया है कि एमक्यूएम नेता ने पाकिस्तान में चीन के बढ़ते प्रभाव और चीन पाकिस्तान आथ&िक गलियारे का मोहाजिर एवं बलूचों पर संभावित प्रभाव के बारे में भी बात की।
इसके जवाब में मक्केन ने कहा कि पाकिस्तान में एक प्रतीकात्मक असैन्य सरकार है और असली सत्ता तो सेना के पास है।
उन्होने कहा कि अमेरिका हक्कानी नेटवर्क के साथ पाकिस्तान के संबंधों को लेकर वास्तव में चिंतित है।
मक्केन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन अफ-पाक नीति की समीक्षा कर रहा है और यह पाकिस्तान प्रशासन के लिए निर्णायक समय है।
बयान में मक्केन को यह कहते हुए उद्धृत किया गया है कि पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई को हक्कानी नेटवर्क तथा अन्य आतंकी समूहों से संबंध पूरी तरह खत्म करने होंगे।