चीन : कोरोना वायरस के असर से हजारों कंपनियों पर कर्ज का संकट
बीजिंग । कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच बढ़ते कर्ज संकट ने चीन की कंपनियों को बहुत प्रभावित किया है। चीन की छोटी और मझोली कंपनियां मजदूरों और माल के आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान में कठिनाई का सामना कर रही हैं। एक सर्वेक्षण में लाखों छोटी और मध्यम चीनी कंपनियों के सामने अस्तित्व बचाने का संकट खड़ा हो गया है।
चीन के एसोसिएशन ऑफ स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज ने कहा कि करीब 60 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि केवल एक से दो महीने के नियमित भुगतान के लिए ही उनके पास नकदी बची है। केवल 10 प्रतिशत ने कहा कि वे छह महीने या उससे अधिक समय तक अपना काम चला सकते हैं। उद्योग संगठन ने कहा कि फिलहाल 60 प्रतिशत उद्यमों ने काम फिर से शुरू कर दिया है।
चीन कोरोनो वायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है। कोरोना वायरस के कारण चीन में कार की बिक्री 92 प्रतिशत गिर चुकी है। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के अनुसार चीन में छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वे अर्थव्यवस्था में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती हैं और 80 प्रतिशत नौकरियां उनमें ही हैं। चीन में कोरोना वायरस के कारण कई कंपनियां जनवरी के अंत से बंद हैं और उनके मजदूरों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने दुनिया की शीर्ष 20 अर्थव्यवस्थाओं की एक बैठक में दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा दी जा रही चेतावनियों को फिर से दोहराया है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन में पहली बार तिमाही आर्थिक विकास में तेज गिरावट देखी जाएगी।
(हिस)