पाकिस्तान में दो पत्रकारों को किया गया प्रताड़ित
नई दिल्ली । पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी ब्लूचिस्तान प्रांत में एकांतवास केंद्र (कोरंटीन सेंटर) को कवर करने गए दो पत्रकारों का पैरा मिलिट्री फोर्स द्वारा प्रताड़ित किया गया। इस घटना की निंदा की जा रही है और जल्द से जल्द न्याय देने की मांग की जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक 20 जून को समा टीवी के रिपोर्टर सईद अली अजाकजई और पश्तून भाषा के खैबर न्यूज टीवी के रिपोर्टर अब्दुल मतीन अजाकजई को अफगान की सीमा के पास चमन में स्थित फ्रंटियर कॉर्प्स के कमांड सेंटर में बुलाया गया। तीन दिन के बाद यह फिर से दिखाई दिए थे और इनके शरीर पर अनेक चोट के निशान थे।
अब्दुल मातीन अजाक जई ने बताया कि हमारी आंखों में पट्टी बांधकर हमें एंटी टेरोरिज्म फोर्स के हवाले कर दिया गया। जिसका संचालन ब्लूचिस्तान के लेवीस द्वारा किया जाता है। इसके बाद हमें एक कुख्यात जेल में ले जाया गया और इतना प्रताड़ित किया गया कि उसके निशान हमारे शरीर पर देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमें लगातार व्हाट्स एप पर धमकी भरे मैसेज आ रहे थे क्योकि पैरा मिलिट्री फोर्स के डिप्टी कमिश्नर एकांतवास केंद्र पर दी जा रही खराब सुविधाओं से संबंधित हमारी कवरेज से खुश नहीं थे।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए आरएसएफ ( रिपोर्टर्स विदाउट बॉडर्स) के एशिया पैसिफिक डेस्क के अध्यक्ष डेनियल बासटेर्ड ने कहा कि यह घटना अस्वीकार्य है कि सुरक्षाबलों के लोग पत्रकारों की रिपोर्ट से खुश ना होकर उनके साथ इस तरह का व्यावहार करते हैं। हम बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल खान से मांग करते हैं कि इस मामले की न्यायिक जांच कराई जाए। साथ ही इसके पीछे जो लोग शामिल हैं उन्हे सजा दी जाए। आरएसएफ के अनुसार चमन में जो पत्रकार जाते हैं उनके साथ इस तरह की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। यह पत्रकार अपनी जाम जोखिम में डालकर रिपोर्टिंग करने जाते हैं।