पेंशन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं वृद्ध, विधवा व विकलांग
वीर अर्जुन संवाददाता बहादुरगढ़। बुजुर्गों, विकलांगों व विधवाओं को सरकार द्वारा दी जा रही सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने के लिए लोगो को दर-दर की ठोंकरे खानी पड़ रही है। भीषण गर्मी के चलते जहां बुजुर्गों को कई-कई घंटों के लंबे इंजतार के बाद पेंशन नहीं मिल रही वहीं अधिकारियों की मनमानी के चलते उन्हें खासी दिक्कतें भी उठानी पड़ रही हैं। पुछ पात्र लोगों का कहना है कि पहचान पत्र, राशन कार्ड व मतदाता पहचान पत्र दिखाए जाने के बाद भी उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है। सोमवार को विभाग की कार्यशैली को लेकर नगर परिषद में लोगों ने जमकर विरोध जताया। बुजुर्गों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार उनके सम्मान को ठेंस पहुंचाने का कार्य कर रही है। बता दें कि इस बार पात्र व्यक्पि को ही पेंशन मिल रही है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। लेकिन जांच अधिकारी के सख्त रवैए के चलते पात्र लोगों को भी पेंशन पाने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ रहा है। लोगों ने कहा कि उन्होंने पहले अपने वार्डों में पेंशन पाने के लिए कई-कई चक्कर लगाए मगर फिर भी उन्हें वहां पेंशन नहीं दी गई। उनके अनुसार वंचित लोग जब सोमवार को नगर परिषद कार्यालय में पहुंचे तो अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी के चलते उन्हें यहां भी काफी परेशानी उठानी पड़ी, जिसके कारण काफी लोग बिना पेंशन लिए वापिस अपने घर की ओर खाली हाथ ही वापिस लौटे। वहीं पार्षदों ने भी बुजुर्गों की समस्या को जायज बताया है। पूर्व नप चेयरमैन व पार्षद कर्मबीर राठी तथा पार्षद राजपाल शर्मा, सरला देवी तथा लक्ष्मी देवी का कहना है कि सरकार ने यह पेंशन बुजुर्गों के सम्मान स्वरूप शुरू कर रखी है। लेकिन जिस तरह से अधिकारी बुजुर्गों का अपमान कर रहे है वह सरासर गलत है। इस बारे में पार्षदों ने राज्य सरकार को लिखित शिकायत भी भेजी है।