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सुबह की सैर और योगा जरूर करते हैं नामधारी जी

👤 | Updated on:13 May 2010 1:49 AM GMT
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w     क्षेत्र में नक्सलवाद एक बड़ी समस्या   जिसका मुख्य कारण बेरोजगारी w     बिजली-पानी की कमी, सड़कों की हालत भी खस्ता w     स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव शिक्षा के क्षेत्र में भी खास पगति नहीं w     कई देशों की यात्रा की, कुछ पुरानी फिल्में अच्छी लगी। w     शाकाहारी भोजन ही पसंद, सीजनल फल खूब भाते हैं सुबह की सैर करना सेहत के लिए बहुत लाभदायक मानी जाती है। अगर सैर के साथ-साथ योगा भी हो जाए तो दिनभर तंदुरुस्ती बनी रहती है। लेकिन आजकल लोगों के पास सैर करने या योगा करने का समय ही नहीं होता। अब तो लोग अपनी सेहत की ओर कम अपनी जेब की ओर ज्यादा ध्यान देते हैं। ऐसे लोगों का एक ही मकसद होता है कि जैसे-तैसे धन कमाना और अपनी जेबे भरना फिर भी कुछ ऐसे हैं भले ही वे कितने ही व्यस्त क्यों न हो अपनी सेहत को ठीक रखने के लिए सुबह की सैर और योगा जरूर करते हैं। सांसद इन्द्र सिंह नामधारी भी कई वर्षों से सुबह की सैर और योगा जरूर करते हैं। इनका भी मानना है कि सुबह सैर और योगा करने से शरीर स्वस्थ्य रहता है और कई पकार की बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है। झारखंड के छतरा संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय सांसद इन्द्र सिंह नामधारी ने वीर अर्जुन को बताया कि उनके क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या उग्रवाद की है। उन्होंने बताया कि उग्रवादियों ने बहुत से ऐसे ठिकाने बना लिए है जहां पुलिस का पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कुछ छोटी-बड़ी नदियां ऐसी हैं जिन पर पुल तक नहीं है और उग्रवाद (नक्सलवाद) की समस्या को देखते हुए यहां पुल बनाया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि नक्सलवाद की इस समस्या को लेकर वे देश के गृहमंत्री से भी मिले थे। उन्होंने आश्वासन दिया था कि पाथमिकता के आधार पर इस समस्या से निपटा जाएगा लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। सांसद इन्द्र सिंह नामधारी ने बताया कि क्षेत्र में बिजली-पानी का भी संकट है। उन्होंने कहा कि अगर नदियों पर बांध बनाए जाए और बरसाती पानी को  एकत्रित किया जाए तो पानी की कुछ समस्या हल हो सकती है। उन्होंने कहा कि बिजली की भी क्षेत्र में विकट समस्या है। लोगों को पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल रही है। उन्होंने बताया कि बहुत से गावों में बिजली के तार तो लगा दिए हैं लेकिन बिजली वहां देखने तक की नहीं है। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का कार्य भी धीमी गति से हो रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की हालत भी खस्ता है। सांसद इन्द्र सिंह नामधारी ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का भी अभाव बताया कि पूरे झारखंड में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है इसलिए गंभीर रूप से बीमार लोगों को दिल्ली के बड़े अस्पतालों की ओर भागना पड़ता है, जहां कई-कई महीनों तक ईलाज करवाने के लिए नम्बर नहीं आता। उन्होंने बताया कि वे इस मामले को लेकर केन्द्राrय स्वास्थ्य मंत्री से भी मिले थे उन्होंने आश्वासन दिया है कि दिल्ली की तर्ज पर झारखंड में भी `एम्स' जैसा बड़ा अस्पताल खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में भी कोई खास पगति नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अभाव में ही बेरोजगारी बढ़ रही है और बेरोजगारी बढ़ने से उग्रवाद बढ़ रहा है। राज्य की वर्तमान सरकार पर अपनी पतिकिया व्यक्त करने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि अभी सरकार की खुद की स्थिति डांवाडोल है। सांसद निधि की पति वर्ष मिलने वाली दो करोड़ की राशि को कम बताते हुए उन्होंने कहा कि इस राशि से कोई विकास होने वाला नहीं। उन्होंने बताया कि शायद मामला सुपीम कोर्ट में गया हुआ है और जो भी सुपीम कोर्ट का फैसला होगा उसके बाद ही पता चलेगा कि राशि बढ़ाई जाती है या बंद करनी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि सांसद निधि से तो लोगों के बहुत जरूरत के ही कार्य हो पाते हैं। सांसद इन्द्र सिंह नामधारी का जन्मदिन 10 सितम्बर को होता है वैसे तो जन्मदिन मनाने का इनको कोई शोक नहीं फिर भी घर-परिवार के सदस्यों के साथ जन्मदिन का शुगन मेला कर लेते हैं। ये सांसद तो पहली बार बने हैं लेकिन कई बार बिहार विधानसभा के सदस्य चेयरमैन तथा राज्य में मंत्री भी रह चुके हैं। झारखंड विधानसभा के भी ये स्पीकर रह चुके हैं। सांसद नामधारी जी को शेरो-शायरी लिखने-पढ़ने का बहुत शोक है कई पुस्तकें भी इन्होंने लिखी है। कई देशों की यात्रा इन्होंने की है कुछ यूरोपीय देशों की यात्रा भी की है। आर्थिक, विकास और अनुशासन की दृष्टि से कुछ देश इनको अच्छे भी लगे फिर भी इनका मानना है कि अगर भारत देश से गरीबी का उन्मूलन हो जाए तो इससे अच्छा देश कोई नही हो सकता। इन्द्र सिंह नामधारी जी का विवाह मलविन्दर कौर जी के साथ 10 सितम्बर 1964 को सम्पन्न हुआ यह भी संयोग की बात है कि नामधारी जी का जन्मदिन भी 10 सितम्बर को होता है और शादी की सालगिरा भी 10 सितम्बर को होती है। श्रीमती मलविन्दर कौर एक घरेलू महिला हैं। घर के सभी कार्य उनकी देखरेख में होती है। सांसद इन्द्र सिंह नामधारी को शाकाहारी भोजन अच्छा लगता है। दूध-दही और सीजनल फलों का सेवन जरूर करते हैं। पुरानी फिल्में दीवार, सिलसिला और बागवान इनको बहुत अच्छी लगी। बचपन की याद ताजा करते हुए सांसद नामधारी जी ने बताया कि जब वे पाइमरी स्कूल में पढ़ते थे तो स्कूल में हुई एक पतियोगिता में इनको छोटा सा भाषाण देना था लेकिन जब भाषण देने का    समय आया तो ये पहली पंक्ति को भूल गए जबकि भाषण का रट्टा लगा रखा था लेकिन इस दौरान बच्चों ने तो ताली बजा दी लेकिन मास्टर जी ने मुंह पर एक चाटा जड़ दिया उस चाटे का कमाल यह हुआ कि अब तक वे कभी कही भी भाषण देना नहीं भूलते। रमेश राजपूत   

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