तालिबान अफगानिस्तान और पाक सरहद पर सरगर्म है
अमेरिकन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक दावा किया है कि जिसमें आपने कहा है कि पाकिस्तान ने महसूस कर लिया है कि उसके लिए ज्यादा खतरा हिन्दुस्तान नहीं है बल्कि बजाते खुद आतंकवाद है। इन्हीं दिनों में अमेरिका में दहशतगर्दी के जो वाकयात हुए हैं उनकी शुरुआत का इशारा करते हुए ओबामा साहब ने फरमाया है कि अलकायदा और तालिबान अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सरहदी इलाकों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं और उसके लिए जिम्मेदार हिन्दुस्तान नहीं है। जैसा कि आज तक पाकिस्तानी कहते रहे हैं। इन दोनों देशों के लिए यह इलाका दहशतगर्दी के लिए एक किला के बराबर है। अमेरिकन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दावे से कहा है कि यह दहशतगर्दी का कैंसर हिन्दुस्तान से नहीं बल्कि उसकी शुरुआत अपने ही मुल्क यानि पाकिस्तान से हुई जो आज उसके लिए मुसीबत बन चुकी है। मुल्क में सरगर्म दहशतगर्द संस्थाएं आज पाकिस्तान की सलामती के लिए खतरा बनी हुई हैं। श्री ओबामा ने स्पष्ट शब्दों में इस बात को दोहराया कि इस इलाके में आप इस फैली हुई दहशतगर्दी को खत्म करने के लिए पूरा जोर लगाएंगे, क्योंकि दहशतगर्दी के खिलाफ अफगानिस्तान में जारी कोशिशें अमेरिका और बाकी की दुनियां पर असरंदाज होगी। आपने देखा ही होगा कि चन्द वर्षों में पाकिस्तान में अलकायदा और उसके साथी दहशतगर्द संस्थाओं के आतंकी इसके सरहदी इलाकों खासकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सरगर्म हैं और जितना ज्यादा आतंक फैलता है उतना ही अलकायदा बाकी की दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। जब राष्ट्रपति ओबामा यह बयान दे रहे थे तो अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई सबकुछ खामोशी से सुन रहे थे और उसके साथ सहमति जता रहे थे कि सरहदी इलाकों में अलकायदा और उसके कट्टरपंथी दोस्त अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए जबरदस्त खतरा पैदा कर रहे हैं। इसलिए आज हम अपने पुख्ता इरादों को दोहराते हैं कि हम अलकायदा को तबाह करके ही दम लेंगे और हम यह महसूस करते हैं कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सरहदों के बीच तालिबान की सरगर्मियां अलकायदा और उसके हामियों से कई गुणा ज्यादा खतरनाक हालात पैदा हो रही हैं। इसलिए हम इस बात का समर्थन करते हैं कि हमारा मकसद उनको शिकस्त देना है और उसके साथ ही अफगानिस्तान और पाकिस्तान के आतंकियों के किलो को भविष्य में तहस-नहस करना है। यह चेतावनी देते हुए राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि अफगानिस्तान के लिए आने वाले दिन काफी नाजुक और खतरनाक होंगे। आपने फरमाया कि हमारे सामने एक पक्का विश्वास है और सामने हमारा दुश्मन भी खड़ा है फिर भी हम उसे खत्म करने के लिए हम कोई पेशकदमी नहीं कर रहे हैं। हमारा विश्वास है कि हमारे पास कुछ ऐसे तथ्य हैं जो हमारे दुश्मनों के पास नहीं और वह है अफगानिस्तान के अवाम की मदद करना। हमने इस बात मान रहे हैं कि भविष्य में हमारे दुश्मन किसी हालत में भी वो हथियार हासिल न कर सकेंगे जिस पर हम भरोसा करते हैं और वो है दुनियां में इन्साफ, शांति और अफगानिस्तान के अवाम को अपनी तरक्की करने पर हर तरह के अवसर देना। हमें इस बात का यकीन है कि हमारे दुश्मनों के पास ऐसा कोई हथियार नहीं है। हम देख रहे हैं कि अफगानिस्तान के पुरुष और महिलाओं में हिम्मत की खास खूबियां हैं जिनका जवाब अलकायदा या तालिबान के पास नहीं है।