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कुछ खाने के पहले कैलोरी का जोड़-घटाव कर लें

👤 | Updated on:13 Jun 2010 3:33 PM GMT
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यूआर व्हाट यू ईटकृ' पुस्तक की लेखिका केरीना नोइस का कहना है, रात का भोजन संतों की तरह हल्का होऋ लेकिन उसमें मी"ा भरपूर लिया जाए तो रात के भोजन में ली जाने वाली कैलोरीज ज्यादा हो जाती है। ज्यादातर लोग रात के समय ज्यादा मात्राा में खाते हैंऋ क्योंकि उन्हें लगता है कि पूरे दिन वे ढंग से खा नहीं पाते। रात में ज्यादा खाने के बाद अगर वे इसके साथ वसायुक्त मी"ाr चीज भी खाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि पूरे दिन के काम के बाद रात के समय इत्मिनान से खाना चाहिए। यह सोच स्वास्थ्य के नजरिये से गलत है। रात के खाने के बाद थोड़ा-बहुत चॉकलेट या पुडिंग में चीज केक खाने में कोई हर्ज नहीं है। लेकिन जो लोग देर शाम जंक पफूड खाते हैं, उनके लिए यह नुकसानदेय हो सकता है। शाम के समय खाये जाने वाले जंक पफूड से लोग वसा और शुगर की कापफी मात्राा पहले से ले चुके होते हैं। ऐसे में रात के समय कम कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना, खाना चाहिए। रात में अध्कि पौष्टिक, वसायुक्त खाना, खाने से पूरे दिन का डाइट चार्ट असंतुलित हो जाता है। इससे थकान लगती है। रात के समय ली जाने वाली वसा की मात्राा शरीर के लिए नुकसानदेय हो सकती है। दिन में कई बार स्नैक्स खाने की बजाय सही ढंग से खाना खाएं। खाने में गेहूं से बना पास्ता, जौ या आटे की ब्रेड खायी जानी चाहिए। जो लोग अपना वजन कम करने का पयास कर रहे होते हैं, उन्हें जिम जरूर जाना चाहिए। साप्ताह में यदि तीन बार जिम जाकर जो चाहे खायें की नीति अपनाते हैं तो यह स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है। आमतौर पर लोग अपने द्वारा ली जाने वाली कैलोरीज की खपत के लिए एक खास तरह का कैलोरीज खपाने का रुटीन अपनाते हैं जिसके लिए वह जो अच्छा लगता है, वही खाते हैं। इसमें ध्यान देने योग्य बात यह है कि ज्यादा खाकर ज्यादा श्रम किया जाये से बेहतर है, कम खाया जाये। जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उन्हें कभी एक नियम, रुटीन का पाबंद नहीं होना चाहिएऋ क्योंकि इससे हमारा शरीर इसका आदी हो जाता है और हम कंज्यूम की गई कैलोरीज को खपाने के लिए लगातार पयास करते रहते हैं। इसके लिए जरूरी है कि वजन कम करने के लिए एक ही तरह का रुटीन अपनाने की बजाय अपने रुटीन में बदलाव लाते रहें। कभी पैदल चलकर एक्सरसाइज करें, कभी जॉगिंग करें, कभी स्वीमिंग करें और कभी-कभी लाइट वेट एक्सरसाइज करें। इससे हमारी मांसपेशियां मजबूत होती हैं। हमें सही भोजन लेना चाहिए। वर्कआउट से पहले अपने खाने की ओर खास ध्यान देना चाहिए ताकि वर्कआउट के बाद आपको ज्यादा भूख न लगे। ज्यादा भूख लगने पर आप जंक पफूड खाने को लालायित हो सकते हैं। वर्कआउट से पहले कुछ हल्का खाएं। कोई भी रसदार पफल हमारे शरीर में एनर्जी के स्तर को नियंत्रात करता है। अपनी भूख को दूर भगाने के लिए वर्कआउट से पहले, वर्कआउट के दौरान और बाद में पानी पीयें। कुछ पीने के दौरान ही यदि क्रीमी कॉकटेल या शुगर युक्त पेय पदार्थ लिये जाएं तो यह शरीर के लिए नुकसानदेय होते हैं। क्योंकि इनमें कापफी कैलोरी होती है। यदि पफलों के रस को ज्यादा मात्राा में पीया जाए तो इससे भी वजन बढ़ता है। दरअसल इनमें भी कापफी कैलोरी होती है। एक गिलास संतरे के जूस में लगभग 100 कैलोरी होती है। यदि पूरे दिन में तीन या चार गिलास संतरे का जूस पिया जाए तो यह पूरे दिन में ली जाने वाली कैलोरी में कापफी इजापफा करता है। शर्बत के अलावा यदि दही या कोकोनट युक्त पेय पदार्थ लिये जाएं तो उनमें पति बोतल 250 कैलोरी होती है जो शरीर के लिए नुकसानदेय हो सकती है। डाइट ड्रिंक्स के मामले में भी ऐसा ही है। ऑस्ट्रेलिया में हुए एक शोध् से यह नतीजे सामने आए हैं कि जो लोग नियमित डाइट डिंक लेते हैं, उनमें वजन बढ़ने की आशंका ज्यादा होती है। इनसे बचने के लिए मी"ा, पफलों के जूस के स्थान पर सादा पानी पीना चाहिए क्योंकि इन्हें लेने से तीन या चार गिलास पूफट जूस से ही आध्s दिन में शरीर के लिए कैलोरी की पूर्ति हो जाती है। जो लोग चाय पीना पसंद करते हैं और अकसर चाय पीते हैं, उनके लिए जरूरी है कि वह दूध् न पीयें क्योंकि चाय में कैलोरी नहीं होती है। जब चाय में दूध् मिलाया जाता है, तभी उसमें कैलोरी होती है। यदि कम कैलोरी युक्त चाय पीना चाहते हैं तो चाय में स्किम्ड;सपेटाद्ध दूध् मिलायें। एक सामान्य केले में लगभग 120 कैलोरी होती है। जबकि एक सेब में 50 कैलोरी होती है। इसलिए पफल खाएं तो गणित लगाकर खाएं। तमाम तरह की चटनियों में कैलोरी होती है। एक चम्मच केचअप में 40 कैलोरी होती है। पिज्जा खाने के समय यदि पिज्जा की उफपरी परत को अलग कर दिया जाए तो समझ लीजिए आपने 100 कैलोरी कम खाकर अपने वजन को बढ़ने से बचा लिया। करमचंद  

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